Skip to main content

Posts

नज्मों के संग भी तुम। (कविता)

 

तुम साथ चल रही हो। (कविता)

 

दिन- रात जल रहा हूं। (कविता)

 

दिन- रात बह रही हो। (कविता)

 

दिन - रात जल रही है। (कविता)

 

लफ्जों में ढल रही हैं। (कविता)

 

मौसम की शोखियां हैं। (कविता)